PM Vishwakarma Yojana 2023, Live Update For Indian Artistry


पीएम मोदी द्वारा शुरू की गई PM Vishwakarma Yojana : भारतीय शिल्पकला को नया दिशा देने की कवायद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में ‘PM Vishwakarma Yojana’ की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य भारतीय शिल्पकला और हस्तकला को बढ़ावा देना और शिल्पकारों को बेहतर समर्थन प्रदान करना है। इस योजना के माध्यम से, प्रधानमंत्री भारतीय शिल्पकला को विश्वस्तर पर पहुंचाने और शिल्पकारों को विकसित करने का संकल्प ले रहे हैं। इस लेख में, हम ‘Vishwakarma Yojana के बारे में विस्तार से जानेंगे, इसके उद्देश्य को समझेंगे, और यह कैसे भारतीय शिल्पकला के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

PM Vishwakarma Yojana 2023, Live Update For Indian Artistry

Table of Contents

PM Vishwakarma Yojana का शुभारंभ

Vishwakarma Yojana का शुभारंभ प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 17 सितंबर 2023 को विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर किया गया पीएम मोदी द्वारा PM Vishwakarma नाम से एक नई योजना का शुभारंभ किया जाएगा इस योजना को केंद्र सरकार द्वारा ₹130000000  रुपए से परिव्यय के साथ वित्त पोषित किया जाएगा 

Vishwakarma Yojana को क्यों शुरू किया जाएगा?

PM Vishwakarma को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक शिल्प में काम करने वाले लोगों को सहायता प्रदान करना और उन्हें कौशल विकसित करना है, इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा इसके पीछे भी है। यह योजना आज नई दिल्ली के द्वारका स्थित इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर पर शुरू की जा रही है।

Vishwakarma को प्रशिक्षण के दौरान ₹500 दिए जाएंगे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि आने वाले समय में, प्रशिक्षण, तकनीक और उपकरणों की आवश्यकता होगी। Vishwakarma Yojana के तहत, सरकार विश्वकर्मा साथियों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान करने पर मनीबंदी केंद्रित कर रही है, और प्रशिक्षण के दौरान 500 रुपये प्रदान किए जाएंगे। उन्हें 1,500 रुपये के टूलकिट वाउचर भी मिलेगा। सरकार आपकी मदद करेगी उन उत्पादों की ब्रांडिंग, पैकेजिंग और मार्केटिंग में भी जो आप बनाते हैं। उनकी खरीदारी के लिए, सरकार चाहती है कि आप वही दुकानें चुनें जो केवल जीएसटी पंजीकृत हैं।

PM Vishwakarma Yojana का आदान-प्रदान:

PM Yojana ‘ का आदान-प्रदान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया है। इस योजना का उद्देश्य भारतीय शिल्पकला और हस्तकला को समृद्धि देना है, और शिल्पकारों को नये सृजनात्मक अवसर प्रदान करना है। इसके अंतर्गत विश्वकर्मा भागीदारों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, ताकि वे अपने कौशल को सुधार सकें और बेहतर उत्पाद बना सकें। इसके साथ ही, उन्हें वित्तीय समर्थन भी प्रदान किया जाएगा, जिससे कि वे अपने व्यवसाय को बढ़ावा दे सकें।

Vishwakarma 2023 मुख्य लक्ष्य

Vishwakarma PM Yojana का मुख्य लक्ष्य भारतीय शिल्पकला और हस्तकला के क्षेत्र में उद्यमिता और कौशल को बढ़ावा देना है। इसके अंतर्गत निम्नलिखित मुख्य उद्देश्य हैं:

  1. शिल्पकारों को विशेष प्रशिक्षण: योजना के तहत, विश्वकर्मा भागीदारों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इससे उनके कौशल में सुधार होगा और वे नवाचारिक तरीके से काम कर सकेंगे।
  2. वित्तीय सहायता: योजना के अंतर्गत शिल्पकारों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। इससे वे अपने व्यवसाय को विकसित करने और बढ़ावा देने में सहायक होंगे।
  1. नए बाजारों का अन्वेषण: योजना के तहत शिल्पकारों को नए बाजारों का अन्वेषण करने के लिए समर्थन प्रदान किया जाएगा, जिससे कि उनके उत्पादों का नया प्रसार हो सके।
  2. बेहतर औद्योगिक संरचना: योजना के तहत शिल्पकारों को बेहतर औद्योगिक संरचना की सुझाव और सहायता भी मिलेगी, ताकि उनका उत्पादन और व्यापार सुदृढ़ हो सके।
  3. आत्मनिर्भरता: इस योजना के माध्यम से भारतीय शिल्पकला क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि शिल्पकार अपने क्षेत्र में सशक्त हो सकें और उनका उत्पाद विश्वस्तर पर मान्यता प्राप्त कर सके।

PM Vishwakarma 2023 आवश्यक उपाय

Vishwakarma योजना’ के सफल प्रयासों के लिए निम्नलिखित उपायों की आवश्यकता है:

  1. सशक्त शिक्षा और प्रशिक्षण: योजना के अंतर्गत शिल्पकारों को उनके कौशल को सुधारने और नवाचारिक तरीके से काम करने के लिए सशक्त शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान किया जाना चाहिए।
  2. वित्तीय समर्थन: शिल्पकारों को आवश्यक वित्तीय समर्थन प्रदान करना होगा, जिससे कि उनके पास उच्च-क्षमता उपकरण और सामग्री की आवश्यकता पूरी हो सके।
  3. बाजार अनुसंधान: शिल्पकारों को नए बाजारों के अनुसंधान में सहायता करनी चाहिए, ताकि उनके उत्पादों का नया प्रसार हो सके।
  4. सरकारी समर्थन: सरकार को शिल्पकला के क्षेत्र में सामर्थ्य और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए समर्थन प्रदान करना होगा, जैसे कि वित्तीय और तकनीकी सहायता, कवायदी सुझाव, और अन्य समर्थन माध्यम।
  5. सामाजिक प्रतिबद्धता: समाज को शिल्पकारों का समर्थन करने और उनके उत्पादों का समर्थन करने की आवश्यकता है, ताकि वे अपने स्थानीय शिल्पकला के प्रति गर्व और प्रेम बनाए रखें।

Vishwakarma Yojana के अंतर्गत कितने शिल्पा को शामिल किया गया है?

पीएम विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत 18 पारंपरिक शिल्पों को शामिल किया जाएगा। इनमें बढ़ई, नौका निर्माता, शस्त्रसाज, लोहार, हथौड़ा और टूल किट निर्माता, ताला बनाने वाला, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, पत्थर तोड़ने वाला, मोची (जूता/जूता कारीगर), राजमिस्त्री, टोकरी/चटाई/झाड़ू निर्माता/कॉयर बुनकर, गुड़िया और खिलौना निर्माता, नाई, माला बनाने वाला, धोबी, दर्जी और मछली पकड़ने का जाल बनाने वाला शामिल होते हैं।

भारत मंडपम और यशोभूमि

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि हाल कुछ दिनों में हमने देखा है कि भारत मंडपम को लेकर दुनिया भर में बहुत चर्चा हुई है। ये इंटरनेशनल एग्जीबिशन सेंटर-यशोभूमि इस परंपरा को और भव्यता से आगे बढ़ा रहा है। भारत मंडपम और यशोभूमि दोनों में ही भारतीय संस्कृति और अत्याधुनिक सुविधाओं का मिलन है, और ये भारत की आतिथ्य, महानता और भव्यता के प्रतीक बनेंगे।

PM Vishwakarma Yojana Launch

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्वारका में इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर में PM Vishwakarma Launch अवसर पर, उन्होंने 18 पोस्ट टिकट और टूलकिट बुकलेट का लॉन्च किया।

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प्रमाण पत्र वितरित

प्रधानमंत्री मोदी ने द्वारका के इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर में पीएम विश्वकर्मा योजना का शुभारंभ किया, और इस अवसर पर विभिन्न कारीगरों और शिल्पकारों को प्रधानमंत्री विश्वकर्मा प्रमाण पत्र वितरित किए गए।

Vishwakarma Divas पहली बार बंजारा और घुमंतू जनजातियों की परवाह

प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि यह हमारी सरकार है, जिसने आजादी के बाद पहली बार बंजारा और घुमंतू जनजातियों की देखभाल की। इस हमारी सरकार की खासियत है कि वह आजादी के बाद पहली बार दिव्यांग व्यक्तियों के लिए हर स्तर और हर स्थान पर विशेष सुविधाएं विकसित कर रही है।

PM Vishwakarma Divas लोकल के लिए वोकल होने का प्रण

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि हमें इस विश्वकर्मा दिवस पर लोकल उत्पादों के प्रति अपना समर्थन दिखाना चाहिए। अब गणेश चतुर्थी, धनतेरस, दीपावली, और अन्य त्योहार आने वाले हैं, इसलिए मैं सभी देशवासियों से लोकल उत्पादों की खरीद करने की प्रेरणा देता हूँ।

PM Vishwakarma Yojana पर सरकार 13000 करोड रुपए खर्च करेगी 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि सरकार का लक्ष्य है कि हम अपने विश्वकर्मा साथियों को पहचानें और उन्हें हर संभव तरीके से समर्थन प्रदान करें। हमारी सरकार विश्वकर्मा साथियों के विकास के लिए काम कर रही है, और प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत 18 विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले विश्वकर्मा साथियों को महत्वपूर्ण माना जाएगा। सरकार इस योजना पर 13,000 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बना रही है।

पीएम विश्वकर्मा योजना में साथियों को आधुनिक में ले जाने का प्रयास

प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि हमारी सरकार अपने विश्वकर्मा साथियों का सम्मान बढ़ाने, उनका कौशल बढ़ाने और उनकी सामृद्धि को प्रोत्साहित करने के लिए एक साथी के रूप में काम कर रही है। पीएम विश्वकर्मा योजना, विश्वकर्मा साथियों को आधुनिक युग में लाने का प्रयास है, उनके कौशल को बढ़ाने का प्रयास है। विश्वकर्मा भाई-बहनों के लिए प्रौद्योगिकी, उपकरण और प्रशिक्षण बहुत महत्वपूर्ण हैं।

निष्कर्ष:

पीएम विश्वकर्मा योजना’ एक महत्वपूर्ण पहल है जो भारतीय शिल्पकला और हस्तकला के क्षेत्र में उद्यमिता और विकास को प्रोत्साहित करने का प्रयास है। यह योजना शिल्पकारों को उनके कौशल को सुधारने, नए बाजारों को खोजने, और आत्मनिर्भर बनने के लिए उपाय प्रदान करेगी। साथ ही, सरकार, समाज, और व्यवसायिक संगठनों के सहयोग से इसकी सफलता सुनिश्चित की जा सकती है।

FAQs


Question: Who initiated the PM Vishwakarma Yojana, and what is its purpose?

Answer: The PM Vishwakarma was initiated by PM Modi. Its purpose is to provide support and skill development to artisans and craftsmen engaged in traditional crafts, aiming to give a new direction to Indian handicrafts.

Question: What is the significance of the PM Vishwakarma Yojana in the context of Indian craftsmanship?

Answer: The PM Vishwakarma Yojana aims to uplift and empower traditional artisans and craftsmen by providing them with training, technology, tools, and marketing support. It seeks to revitalize Indian craftsmanship and bring it into the modern era, ensuring its continued growth and development.

Question: How does the PM Vishwakarma Yojana support artisans during their training?

Answer: During their training, artisans under PM Vishwakarma will receive special training and a financial incentive of 500 rupees. They will also be provided with a 1,500 rupee toolkit voucher to help them with the branding, packaging, and marketing of their products. The government encourages artisans to purchase tools only from GST-registered shops in exchange for a voucher.

Question: What role does the PM Vishwakarma Yojana play in promoting local products and craftsmanship?

Answer: PM Vishwakarma promotes the purchase of locally made products by encouraging people to buy from artisans. It emphasizes the importance of supporting local craftsmanship during various festivals and occasions, such as Ganesh Chaturthi, Dhanteras, and Diwali, to boost local businesses and artisans.

Question: How much money will the government spend on the PM Vishwakarma Yojana?

Answer: The government is planning to spend 13,000 crore rupees on the PM Vishwakarma Yojana.

Question: How does the PM Vishwakarma Yojana contribute to the growth of India’s art and culture?

Answer: The Vishwakarma contributes to the growth of India’s art and culture by preserving and promoting traditional craftsmanship. It ensures that artisans have access to modern tools and technology while preserving the essence of Indian heritage. The program celebrates India’s rich cultural diversity and heritage while fostering its economic development.

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